अमेरा खदान के विस्तार खनन के दौरान ग्रामीणों ने किया खनन का विरोध नौकरी नहीं तो जमीन नही
अमेरा खदान के विस्तार खनन के दौरान ग्रामीणों ने किया खनन का विरोध नौकरी नहीं तो जमीन नही
राजेशप्रसाद गुप्ता
अंबिकापुर परसोडीकला परिक्षेत्र में नया खदान खोले जाने हेतु पूर्व में दिए गए मुआवजा परिक्षेत्र में खदान का विस्तार के लिए सीपीटी गढ्ढा की खुदाई की जा रही थी इस दौरान ग्रामीण अपने पुरजोर विरोध कियाइस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जब तक नौकरी नहीं लग जाएगा तब तक के लिए खनन कार्य बंद किया जाए वहीं प्रभावित ग्रामीण ने खनन मशीन के सामने बैठ कर भारी विरोध किए इस दौरान सुरक्षा बलों और ग्रामीण के बीच नोकझोक भी हुई इस दौरान खनन को बंद करना पड़ा और खदान प्रबंधन अधिकारियों के द्वारा मौके पर पहुंच समझाइस देने का कार्य किया जा रहा था लेकिन बात नहीं बनी तो स्थानीय पुलिस प्रशासन के समझाइस के बाद मामला शांत हुआ वही ग्रामीणों को नौकरी दिए जाने की बात को लेकर समझौता होने के बाद उन्हें प्रबंधन के द्वारा सक्षम अधिकारी से मुलाकात किए जाने के लिए बोला गया
ग्रामीणों के द्वारा कहा गया कि फर्जी प्रस्ताव के आधार पर स्वीकृत खदान का मुआवजा 20 किसान को करीब मुआवजा प्रदान किया जा चुका है लेकिन बगैर अन्य सुविधा सहित और नौकरी दिए जाने से पूर्व ही एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा खुदाई प्रारंभ कर दिया गया है
नहीं मिला नौकरी ना मिला कोई सुविधा पर भी जमीन की खुदाई प्रारंभ
ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि 20 किसान करीब मुआवजा ले चुके हैं लेकिन उन्हें ना तो प्रबंधन सहित प्रशासन के द्वारा कोई सुविधा दी जा रही है ना ही उन्हें नौकरी दिया जा रहा है
वही ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि जब तक हमें नौकरी प्रदान नहीं किया जाएगा हमारे हिसाब से तब तक हम अपना जमीन हर हाल में नहीं देंगे